Explanation : दिल्ली षड्यंत्र 1912 रासबिहारी बोस के द्वारा रचा गया था। नई राजधानी दिल्ली में अपने अधिकाधिक प्रवेश के समय 23 दिसंबर, 1912 को निकाले गए जुलूस के अवसर पर रास बिहारी बोस और सचिन सान्याल के द्वारा वाय समय लार्ड हार्डिंग पर हत्या के उद्देश्य से बम फेंका। हार्डिंग बुरी तरह घायल हुआ किंतु बच गया। हार्डिंग बम केस के बाद पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें मास्टर अमीरचंद्र, अवध बिहारी, बसन्त कुमार, बालमुकन्द, दीनानाथ, बलराज आदि प्रमुख थे। इन सभी पर 19/2 मुकदमा चला जिसे ‘दिल्ली षड़यत्र केस नाम दिया गया। इस केस में अमीर चंद्र, अवध विहारी, बालमुकंद और बसंत कुमार को फांसी की सजा हुई। इस घटना में शामिल रास बिहारी बोस भागकर जापान चले गए और बाद में उन्होंने आजाद हिंद फौज के गठन में सक्रिय भूमिका निभाई।